- 26 सितंबर, 2025
धन्य शरद ऋतु की वर्षा जो पृथ्वी को पोषण देती है
शुक्रवार, 26 सितंबर, 2025 पतझड़ की हल्की-हल्की बारिश धरती को ढँक लेती है और पौधों को नमी प्रदान करती है। पत्तों से टकराती बारिश की बूंदों की धीमी ध्वनि मानो किसी लोरी की तरह रूह को छू जाती है। ठंडी हवा हमारे गालों को सहलाती है और एक शुद्ध शांति लाती है।