शुक्रवार, 6 अगस्त, 2021
वह क्षण जब चावल की बालियों पर पड़ी सुबह की ओस सुबह की रोशनी में रत्नों की तरह चमकती है।
यह उस क्षण का दृश्य है जिसने मेरे दिल को झकझोर दिया।


◇ नोबोरु और इकुको
शुक्रवार, 6 अगस्त, 2021
वह क्षण जब चावल की बालियों पर पड़ी सुबह की ओस सुबह की रोशनी में रत्नों की तरह चमकती है।
यह उस क्षण का दृश्य है जिसने मेरे दिल को झकझोर दिया।
◇ नोबोरु और इकुको