होकुर्यु टाउन पोर्टल
सोमवार, 24 अगस्त, 2020
इस पोस्ट को इंस्टाग्राम पर देखें # बाँस काटने से पहले और बाद की तस्वीर। पहली तस्वीर बाँस काटने के तुरंत बाद की है। दूसरी तस्वीर बाँस काटने के दो महीने बाद की है। जून में काटा गया बाँस अब हरा-भरा है। यह बाँस की मज़बूती की याद दिलाता है, जो दूसरे पौधों को दूर रखती है। बाँस की मज़बूती कम करने के लिए, एक ही जगह को कई बार काटना ज़रूरी है। हमारा लक्ष्य बाँस को कम करना और ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ पेड़ प्राकृतिक रूप से फिर से उग सकें। # घास काटना # लघु-स्तरीय वानिकी # होक्काइडो # होक्काइडो # वन # वन # होक्काइडो लकड़ी # जलाऊ लकड़ी # नर्सरी के लट्ठे # होक्काइडो वानिकी # स्व-लॉगिंग वानिकी # सतत जीवन # प्रकृति के साथ रहना # सतोयामा प्रबंधन # ग्रामीण जीवन # प्रकृति के साथ रहने के लिए वानिकी # प्राकृतिक परिस्थितियों में प्रकृति के अंतर्गत(@shizenka2020) द्वारा साझा की गई एक पोस्ट – 23 अगस्त 2020, सुबह 5:58 बजे पीडीटी
# बाँस काटने से पहले और बाद की तस्वीर। पहली तस्वीर बाँस काटने के तुरंत बाद की है। दूसरी तस्वीर बाँस काटने के दो महीने बाद की है। जून में काटा गया बाँस अब हरा-भरा है। यह बाँस की मज़बूती की याद दिलाता है, जो दूसरे पौधों को दूर रखती है। बाँस की मज़बूती कम करने के लिए, एक ही जगह को कई बार काटना ज़रूरी है। हमारा लक्ष्य बाँस को कम करना और ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ पेड़ प्राकृतिक रूप से फिर से उग सकें। # घास काटना # लघु-स्तरीय वानिकी # होक्काइडो # होक्काइडो # वन # वन # होक्काइडो लकड़ी # जलाऊ लकड़ी # नर्सरी के लट्ठे # होक्काइडो वानिकी # स्व-लॉगिंग वानिकी # सतत जीवन # प्रकृति के साथ रहना # सतोयामा प्रबंधन # ग्रामीण जीवन # प्रकृति के साथ रहने के लिए वानिकी # प्राकृतिक परिस्थितियों में
प्रकृति के अंतर्गत(@shizenka2020) द्वारा साझा की गई एक पोस्ट – 23 अगस्त 2020, सुबह 5:58 बजे पीडीटी