बाँस की संख्या कम करने से ज़मीन पर ज़्यादा रोशनी पहुँचती है और नए पेड़ों की ज़रूरत के बिना ही बीज अंकुरित हो जाते हैं, जिससे जंगल प्राकृतिक रूप से पुनर्जीवित हो जाता है। [शिज़ेंशिता, तात्सुया और हितोमी उई]

प्राकृतिक वानिकी (तात्सुया और हितोमी उई)नवीनतम 8 लेख

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