- 26 दिसंबर, 2022
सुबह की कोमल रोशनी के लिए आभारी हूँ!
सोमवार, 26 दिसंबर, 2022 शीतकालीन संक्रांति बीत चुकी है, और ठंड ने अपना असली रूप दिखा दिया है! सुबह के आसमान में, नीचे लटके पतले बादलों के बीच से सूरज की रोशनी हल्की-सी चमक रही है। यह एक खूबसूरत सुबह है, मानो कोमल रोशनी किसी बंद दिल को धीरे से ढँक रही हो और उसे खोल रही हो।